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सीपीसीटी सेंटर उमरिया (9301406862)
created Today, 05:47 by jindgi7717
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हमारा समाज वर्तमान समय में एक बहुत बड़ी चुनौतियों से गुजर रहा है जिसमें बच्चों के द्वारा उपयोग किया जाने वाला स्मार्टफोन एवं उसकी लत लगना है। यह एक बहुत विकसित बीमारी बनती जा रही है, जिसमें बच्चें अपनी शिक्षा पूर्ण करने से पहले ही मोबाईल की जिद करने लगते हैं जिसमें वे अपना अमूल्य समय गवां देते हैं बाद में फिर पछतावा करते हैं। छोटे बच्चों की जिद पूरी करने के लिए माता पिता स्वयं उनके हाथ में मोबाईल दे देते हैं जिससें बच्चे उनको परेशान न करें तथा वे अपने कामों में व्यस्त रहे ताकि उनको शांति का अनुभव हो सके। बच्चों रात में बहुत समय तक मोबाईल की नीली रोशनी का शिकार होते हैं जिससे बचपन से ही चश्मा जैसे लगने की शिकायत का सामना करना पड़ता है।
अभिभावकों को पता ही नहीं रहता है कि बच्चे कितनी रात तक मोबाईल का इस्तेमाल कर रहे तथा मोबाईल में क्या देख रहे क्या चला रहे, किससे क्या बातें कर रहे हैं वे इन सभी बातों से अन्जान रहते हैं फिर एक समय आता है कि किसी भी प्रकार की मुसीबत का सामना करना पड़ता हे जिसमें बच्चे बहुत नासमझ वाली गलतियां कर बैठते हैं जिसका पता माता-पिता को बहुत समय बाद पता चलता है।
अत: सभी माता पिता से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों को मोबाईल न प्रदान करें यदि मोबाईल दे दिया गया है तो कृपया नजर रखें कि बच्चा मोबाईल का किस तरह प्रयोग कर रहे हें। तथा उनकी निगरानी प्रत्येक दिन में एक बार अवश्य करें। बच्चों पर भरोसा होना अच्छी बात है लेकिन माता-पिता को सतर्क रहना आवश्यक हैं। क्योंकि कभी-कभी भरोसे के पीछे बहुत बड़ी समस्याओं का जन्म हो जाता है।
अभिभावकों को पता ही नहीं रहता है कि बच्चे कितनी रात तक मोबाईल का इस्तेमाल कर रहे तथा मोबाईल में क्या देख रहे क्या चला रहे, किससे क्या बातें कर रहे हैं वे इन सभी बातों से अन्जान रहते हैं फिर एक समय आता है कि किसी भी प्रकार की मुसीबत का सामना करना पड़ता हे जिसमें बच्चे बहुत नासमझ वाली गलतियां कर बैठते हैं जिसका पता माता-पिता को बहुत समय बाद पता चलता है।
अत: सभी माता पिता से अनुरोध है कि वे अपने बच्चों को मोबाईल न प्रदान करें यदि मोबाईल दे दिया गया है तो कृपया नजर रखें कि बच्चा मोबाईल का किस तरह प्रयोग कर रहे हें। तथा उनकी निगरानी प्रत्येक दिन में एक बार अवश्य करें। बच्चों पर भरोसा होना अच्छी बात है लेकिन माता-पिता को सतर्क रहना आवश्यक हैं। क्योंकि कभी-कभी भरोसे के पीछे बहुत बड़ी समस्याओं का जन्म हो जाता है।
