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SAHU COMPUTER TYPING CENTER MANSAROVAR COMPLEX CHHINDWARA [M.P.] CPCT ADMISSION OPEN [संचालक- दुर्गेश साहू ] MOB.-8085027543 MPHC JJA EXAM TEST
created Jan 16th, 07:42 by sahucpct
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अध्यक्ष महोदय, आठवीं पंचवर्षीय योजना पर विचार करते समय सदन के दोनों पक्षों के सदस्यों ने जो महत्वपूर्ण प्रश्न उठाये हैं उन पर विचार किया जाना बहुत आवश्यक है। अध्यक्ष महोदय, आठवीं पंचवर्षीय योजना का यह दूसरा वर्ष चल रहा है और इस योजना के अंतर्गत जो चीजें कही गई है ऐसा लगता है कि उसके अंदर कुछ बदलना कठिन है बदला जा भी नहीं सकता है। अध्यक्ष महोदय, फिर भी कुछ चीजें की जा सकती है। आज भी योजना में कुल खर्च कितना है यह तय नहीं किया गया है केवल कटौती ही कटौती निर्धारित की गई है। शुरू में तो मैं यह कहना चाहता हूँ कि यहॉं पर कुछ सदस्यों ने जो यह सवाल उठाया था कि इस सरकारी योजना का क्या मतलब है। सत्ता पक्ष की तरफ से कुछ जानकारी दी गई है इसके अंदर काफी कमी है जिनके ऊपर मैं यहॉं कोई दोषारोपण नहीं करना चाहता हूँ। मैं यह चाहता हूँ कि इस तरह के सवाल न उठाये जायें तो ज्यादा अच्छा है, यह योजना पहली सरकार ने तैयार की। यह योजना पहले मंत्रिमण्डल ने बनाई और अनुमोदन होने के बाद भी इसमें कुछ कमी रह गई है तो यह कमी रहने का दोष आखिर किसके ऊपर है। मैं यह समझता हूँ कि सदन के सभी सदस्य इस बात को अच्छी तरह से जानते हैं।
बहुत से लोगों ने दिल्ली के बारे में कई सवाल उठाये हैं। दिल्ली के साथ अन्याय किया गया है। मैं समझता हूँ कि इस बारे में सब एक साथ आवाज उठाये, इस बात की आज ज्यादा जरूरत है। मैं यह कहना चाहता हूँ भारत सरकार से या जिन्होंने भी ये सारी योजनाऍं बनाई उन्होंने वास्तव में लोगों के साथ अन्याय किया है क्योंकि योजना बनाते समय उन्होंने ध्यान नहीं दिया कि वे कैसी योजना बना रहे हैं गलत बना रहे हैं या सही बना रहे हैं इससे क्या नफा या नुकसान होगा। इन बातों की तरफ उन्होंने गौर नहीं किया। मैं समझता हूँ कि ऐसे हालात में यह बात ठीक नहीं है आने वाले 5 वर्षों में ये सारी योजनाऍं बेकार हो जायेंगी। जो कटौती निर्धारित की गई है उसको समाप्त करना चाहिए। दिल्ली को हम आदर्श नगर बना सकें ये बहुत ही आवश्यक है यदि हम इस स्थान की उन्नति चाहते हैं तो हमें इन योजनाओं को बहुत अच्छी तरह से लागू करना पड़ेगा।
बहुत से लोगों ने दिल्ली के बारे में कई सवाल उठाये हैं। दिल्ली के साथ अन्याय किया गया है। मैं समझता हूँ कि इस बारे में सब एक साथ आवाज उठाये, इस बात की आज ज्यादा जरूरत है। मैं यह कहना चाहता हूँ भारत सरकार से या जिन्होंने भी ये सारी योजनाऍं बनाई उन्होंने वास्तव में लोगों के साथ अन्याय किया है क्योंकि योजना बनाते समय उन्होंने ध्यान नहीं दिया कि वे कैसी योजना बना रहे हैं गलत बना रहे हैं या सही बना रहे हैं इससे क्या नफा या नुकसान होगा। इन बातों की तरफ उन्होंने गौर नहीं किया। मैं समझता हूँ कि ऐसे हालात में यह बात ठीक नहीं है आने वाले 5 वर्षों में ये सारी योजनाऍं बेकार हो जायेंगी। जो कटौती निर्धारित की गई है उसको समाप्त करना चाहिए। दिल्ली को हम आदर्श नगर बना सकें ये बहुत ही आवश्यक है यदि हम इस स्थान की उन्नति चाहते हैं तो हमें इन योजनाओं को बहुत अच्छी तरह से लागू करना पड़ेगा।
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