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समाचार पत्र बहुत ही ताकतवर यंत्र है
created Nov 7th, 14:18 by KRISS GD friends
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समाचार पत्र बहुत ही ताकतवर यंत्र है जो मानव की मानवता को विकसित करता है। यह लोगों और संसार के बीच वार्ता का बेहतर साधन है। यह अधिक ज्ञान और सूचना हासिल करने के साथ ही कुशलता को बढाने का सबसे बेहतर स्रोत है। यह लगभग सभी क्षेत्रों में पाया जाता है इसके साथ ही इसकी कीमत भी बहुत कम होती है। हम समाचार पत्रों तक आसानी से पहुंच सकते हैं। इसके लिए हमें केवल किसी भी समाचार पत्र के संगठन में संपर्क करके भुगतान करने की जरूरत होती है। यह देश की कई भाषाओं में प्रकाशित होता है। बहुत सारे लोग प्रतिदिन सुबह बहुत ही साहस के साथ समाचार पत्र का इंतजार करते हैं। समाचार पत्र समाज के लोगों को आशावादी रुप से प्रभावित करता है। आज के समय में सभी लोग देश की सामयिक घटनाओं को जानने में रुचि रखते हैं। समाचार पत्र सरकार और लोगों के बीच जुडाव का सबसे बेहतर तरीका है। यह लोगों को पूरे संसार की सभी बडी व छोटी खबरों का विवरण प्रदान करता है। यह देश के लोगों को नियमों कानूनों और अधिकारों के बारे में जागरूक बनाता है। समाचार पत्र शिक्षार्थियों के लिए बहुत अधिक जरुरी होते है। ये विशेष रूप से देशीय और अंतरदेशीय ज्ञान और सामयिक घटनाओं के बारे में बताता है। यह हमें सभी खुशियों विकासों नई तकनीकों खगोलीय और मौसम में बदलावों प्राकृतिक वातावरण आदि की सूचना देता है। यदि हम प्रतिदिन नियमित रुप से समाचार पत्र पढने की आदत बनाते हैं तो यह हमारी बहुत मदद करता है। यह हम में पढने की आदत विकसित करता है और हमें दुनिया के बारे में सभी जानकारी देता है। कुछ लोगों में समाचार पत्र को हर सुबह पढने की आदत होती है। वे समाचार पत्र की गैरमौजूदगी में बहुत अधिक बेचैन हो जाते हैं और पूरे दिन कुछ अकेलापन महसूस करते हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले
शिक्षार्थी भी अपने दिमाग को वर्तमान सामयिक घटनाओं से जोडे रखने के लिए नियमित रूप से अखबार पढते हैं। समाचार पत्र पढने से हमें बहुत फायदे हैं। समाचार पत्रों से हमें देश विदेश में हो रही हर तरह की घटनाओं का नवीन ज्ञान मिलता है। नए अनुसंधान नयी खोज और नई खबरों की जानकारी हमें समाचार पत्रों से ही मिलती है। इसमें प्रकाशित होने वाली सरकारी सूचनाओं आज्ञाओं और विज्ञापनों से हमें जरुरी और अहम जानकारी मिल जाती है। कहीं कोई दुर्घटना हो जाये भूकंप या बाढ जैसी आपदा आ जाए तो इसकी जानकारी हमें समाचार पत्रों से तुरंत मिल जाती है। इसके साथ ही समाचार पत्र एक
आजीविका बन गया है। जिससे हजारों संपादकों लेखकों रिपोर्टरों व कर्मचारियों को रोजगार मुहैया होता है। समाचार पत्रों में मानवता परंपरा जीवनशैली विज्ञान योग आदि विषयों के बारे में कई सारे बढिया लेख संपादित होते हैं। यह जनता के विचारों के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है और बहुत से सामाजिक तथा आर्थिक विषयों को सुलझाने में हमारी सहायता करता है। इसके साथ ही समाचार पत्रों के जरिये हमें राजनेताओं सरकारी नीतियों तथा विपक्षी दलों की नीतियों के बारे में भी जानकारी मिलती है। यह नौकरी ढूंढने वाले और बालकों को बेहतर पाठशाला में प्रवेश दिलाने बाजार के वर्तमान प्रचलन तथा नई रणनीतियों आदि को समझनें में भी हमारी बहुत मदद करता है। यही कारण है कि वर्तमान समय में समाचार पत्र को लोकतंत्र का चौथा आधार भी कहा जाता है।
शिक्षार्थी भी अपने दिमाग को वर्तमान सामयिक घटनाओं से जोडे रखने के लिए नियमित रूप से अखबार पढते हैं। समाचार पत्र पढने से हमें बहुत फायदे हैं। समाचार पत्रों से हमें देश विदेश में हो रही हर तरह की घटनाओं का नवीन ज्ञान मिलता है। नए अनुसंधान नयी खोज और नई खबरों की जानकारी हमें समाचार पत्रों से ही मिलती है। इसमें प्रकाशित होने वाली सरकारी सूचनाओं आज्ञाओं और विज्ञापनों से हमें जरुरी और अहम जानकारी मिल जाती है। कहीं कोई दुर्घटना हो जाये भूकंप या बाढ जैसी आपदा आ जाए तो इसकी जानकारी हमें समाचार पत्रों से तुरंत मिल जाती है। इसके साथ ही समाचार पत्र एक
आजीविका बन गया है। जिससे हजारों संपादकों लेखकों रिपोर्टरों व कर्मचारियों को रोजगार मुहैया होता है। समाचार पत्रों में मानवता परंपरा जीवनशैली विज्ञान योग आदि विषयों के बारे में कई सारे बढिया लेख संपादित होते हैं। यह जनता के विचारों के बारे में भी जानकारी प्रदान करता है और बहुत से सामाजिक तथा आर्थिक विषयों को सुलझाने में हमारी सहायता करता है। इसके साथ ही समाचार पत्रों के जरिये हमें राजनेताओं सरकारी नीतियों तथा विपक्षी दलों की नीतियों के बारे में भी जानकारी मिलती है। यह नौकरी ढूंढने वाले और बालकों को बेहतर पाठशाला में प्रवेश दिलाने बाजार के वर्तमान प्रचलन तथा नई रणनीतियों आदि को समझनें में भी हमारी बहुत मदद करता है। यही कारण है कि वर्तमान समय में समाचार पत्र को लोकतंत्र का चौथा आधार भी कहा जाता है।
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