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डिक्टेशन संकलन 1 | STENOGRAPHER MERGE KHANNA |
created Oct 8th, 02:03 by StenographerPa07
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महोदय, यह बड़े गौरव और प्रसन्नता की बात है कि हिन्दुस्तान में 10 वॉं विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन किया गया था। जिसमें लगभग चालीस देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया था। मैं इस संबंध में कहना चाहता हूं। कि इन प्रतिनिधियों में से कई प्रतिनिधि तो उन देशों से इतर के थे जहां पर हिन्दी बोली और समझी जाती है।
10वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में वेनिस विश्वविद्यालय इटली की प्रोफेसर मार्का ने कहा कि भारत में उनकी शुरू से ही रूचि रही थी और इसलिए हिन्द्री सीखी थी। हिन्दी ऐ वैश्विक पहुंच रखती है। साथ ही कहा कि दूसरी भाषाओं के चक्कर में अपनी मातृ-भाषा को भूल जाना ठीक नहीं है। चीन के प्रतिनिधि ने धाराप्रवाह हिन्दी में अपनी बात रखते हुए कहा, हिन्दी दुनिया की बड़ी भाषा है और इसका लगातार विकास हो रहा है। इस सम्मेलन में स्वीडन के एक प्रतिनिधि ने कहा था कि हिन्दी बहुत समृद्ध भाषा है लेकिन इसमंं अन्य भाषाओं के समृद्ध शब्दों को समाहित करके और समृद्ध बनाना चाहिए। इस सम्मेलन में पोलैंड वारसा विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने प्रधानमंत्री द्वारा कही गई बातों को दोहराते हुए अपनी सहमति व्यक्त की थी कि हिन्दी भाषा के अंदर दूसरी भाषाओं के उपयोगी शब्दों को समाहित करना चाहिए। एक प्रतिनिधि ने कहा कि मैं, महात्मा गाँधी के विचारों से प्रेरित होती रही हूं इसलिए उनको जानने के लिए उन्होंने हिन्दी सीखी। आज कल हमारे यहॉं हिन्दी और हिन्दी की फिल्में बहुत लोकप्रिय हो रही हैं।
10वें विश्व हिन्दी सम्मेलन में वेनिस विश्वविद्यालय इटली की प्रोफेसर मार्का ने कहा कि भारत में उनकी शुरू से ही रूचि रही थी और इसलिए हिन्द्री सीखी थी। हिन्दी ऐ वैश्विक पहुंच रखती है। साथ ही कहा कि दूसरी भाषाओं के चक्कर में अपनी मातृ-भाषा को भूल जाना ठीक नहीं है। चीन के प्रतिनिधि ने धाराप्रवाह हिन्दी में अपनी बात रखते हुए कहा, हिन्दी दुनिया की बड़ी भाषा है और इसका लगातार विकास हो रहा है। इस सम्मेलन में स्वीडन के एक प्रतिनिधि ने कहा था कि हिन्दी बहुत समृद्ध भाषा है लेकिन इसमंं अन्य भाषाओं के समृद्ध शब्दों को समाहित करके और समृद्ध बनाना चाहिए। इस सम्मेलन में पोलैंड वारसा विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने प्रधानमंत्री द्वारा कही गई बातों को दोहराते हुए अपनी सहमति व्यक्त की थी कि हिन्दी भाषा के अंदर दूसरी भाषाओं के उपयोगी शब्दों को समाहित करना चाहिए। एक प्रतिनिधि ने कहा कि मैं, महात्मा गाँधी के विचारों से प्रेरित होती रही हूं इसलिए उनको जानने के लिए उन्होंने हिन्दी सीखी। आज कल हमारे यहॉं हिन्दी और हिन्दी की फिल्में बहुत लोकप्रिय हो रही हैं।
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