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TU HI MERA - JANNAT 2

created Oct 5th, 17:36 by JOHNCENA786


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हो, तेरे इश्क में डूबा रहे दिन रात यूं ही सदा
मेरे ख्वाब से आंखें तेरी एक पल ना होए जुदा
मेरा नाम तू हाथों पे अपने लिखे बाद हां
काश कि ऐसा भी एक दिन लाए वो खुदा  
तू ही मेरा मेरा मेरा, तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा, तू ही मेरा मेरा मेरा
है तेरी चाहत मेरी जरूरत  
सूनी है तुझ बिन दुनिया मेरी
ना रह सकूंगा मैं दूर इनसे
है मेरी जननत गलियां तेरी
हो, है तेरी चाहत मेरी जरूरत  
सूनी है तुझ बिन दुनिया मेरी
ना रह सकूंगा मैं दूर इनसे
है मेरी जननत गलियां तेरी
उम्मीद ये सीने में लेके मैं हूं जी रहा
कभी तू मिले मुझ से कहे कि मैं हूं बस तेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा, तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही मेरा मेरा मेरा तू ही मेरा मेरा मेरा
तू ही है किस्मत तू ही है रहमत
तुझ से जुड़ी है मेरी हर खुशी  
तू ही मोहब्बत तू ही है राहत
लगती भली है तेरी सादगी
पाता हूं खुद को हर घड़ी तेरे बिना तन्हा
मुझे थाम ले मुझे रोक ले भटका हूं मैं भटका
तू ही मेरा तू ही मेरा
तू ही मेरा तू ही मेरा
तू ही मेरा तू ही मेरा

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