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बंसोड कम्‍प्‍यूटर टायपिंग इंंस्‍टीट्यूट छिंंदवाड़ा म0प्र0 (ADMISSION OPEN - DCA, PGDCA, CPCT & TALLY) MOB. NO. 8982805777

created Jan 29th 2023, 06:00 by shilpa ghorke


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जमानत आवेदन संक्षेप में इस प्रकार है कि अभियुक्‍त आवेदक की ओर से द्वितीय प्रतिभूमि आवेदन पत्र प्रस्‍तुत करते हुए प्रकट किया गया कि आवेदक का यह धारा 439 दंड प्रक्रिया संहिता के अधीन द्वितीय प्रतिभूति आवेदन पत्र है, इसके अतिरिक्‍त जमानत हेतु किसी अन्‍य सक्षम न्‍यायालय अथवा माननीय उच्‍च न्‍यायालय अथवा खंडपीठ में कोई आवेदन पत्र नहीं प्रस्‍तुत किया गया है ही विचाराधीन है और ही निराकृत हुआ है। आवेदक अभियुक्‍त के विरुद्ध थाना कोतवाली द्वारा अपराध क्रमांक 266/2018 भारतीय दंड विधान के अंतर्गत असत्‍य आधार पर अपराध पंजीबद्ध किया गया है। आवेदक आरोपी को पुलिस द्वारा उक्‍त दिनांक को गिरफ्तार कर न्‍यायिक हिरासत में रखा गया है तभी से आज दिनांक तक आवेदक न्‍यायिक हिरासत में है जिसको लगभग 8 महीने हो चुके हैं। आवेदक अभियुक्‍त की ओर से अग्रिम जमानत हेतु माननीय न्‍यायालय के समक्ष दो आवेदन पत्र धारा 438 दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत 428/2020 प्रस्‍तुत किए थे जो अस्‍वीकार कर निरस्‍त किए गए हैं प्रथम प्रतिभूति आवेदन पत्र का धारा 439 उक्‍त दिनांक का जिसका क्रमांक 14/2021 माननीय न्‍यायालय द्वारा निरस्‍त कर दिया। आधार को सभी धर्मों में समान रूप से देखा गया है। सभी धर्मों में भगवान के प्रति आभार प्रकट करके पूजा करने आम बात है। इसलिए आभार प्रकट करके पूजा करना आम बात है। इसलिए आभार की अवधारणा सभी धार्मिक ग्रंथों, शिक्षकों और परंपराओं में व्‍याप्‍त है। इस कारण यह आम भावनाओं में से एक है जिसे सभी धर्म अपने अनुयायियों में उत्‍पन्‍न करना और बनाए रखना चाहते हैं। अनेक अध्‍ययनों में पाया गया है कि जो लोग अधिक आभारी होते हैं उनका आत्मिक आनंद का स्‍तर उच्‍च होता है। आभारी लोग ज्‍यादा खुश, कम उदास, कम थके हुए और जीवन भर सामाजिक रिश्‍तों से अधिक संतुष्‍ट होते हैं। आभारी लोगों में अपने वातावरण, व्‍यक्तिगत विकास, जीवन के उद्देश्‍य और आत्‍मस्‍वीकृति के प्रति भी नियंत्रण का स्‍तर उच्‍च होता है।  
अत: प्रकरण की समय परिस्थितियों एवं पुनरीक्षणकर्ता अभियुक्‍त को बचाव साक्ष्‍य प्रस्‍तुती हेतु पर्याप्‍त अवसर चेतावनी दिए जाने के उपरांत एवं कई बार परिव्‍यय अदायगी के निर्देश सहित बचाव साक्ष्‍य का अवसर प्रदान किए जाने के पश्‍चात्, उक्‍त दिनांक को पुनरीक्षणकर्ता के बचाव साक्ष्‍य का अवसर समाप्‍त किए जाने की अनुमति प्रदान किए जाने संबंधी आवेदन को प्रश्‍नगत आदेश निरस्‍त किए जाने संबंधी विद्वान विचारण न्‍यायालय के आदेश से कोई अशुद्धता, अवैधानिकता या प्रकट नहीं होती है। अत: जमानत आवेदन निरस्‍त किया जाता है।  
आरोपीगण द्वारा जान से खत्‍म करने की धमकी देकर आपराधिक अभित्रास कारित किए जाने के संबंध में अभियोजन साक्षी 01 में अपनी साक्ष्‍य से कुछ भी कथन नहीं किया है।
 

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