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साँई कम्‍प्‍यूटर टायपिंग इंस्‍टीट्यूट गुलाबरा छिन्‍दवाड़ा म0प्र0 संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नां. 9098909565

created May 18th 2022, 03:11 by rajni shrivatri


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पिछले दिनों कश्‍मीर के ट्यूलिप के फूलों ने जब लाखों पर्यटकों को अपनी ओर खींचा तो याद आया वह एक रंग का एक फूल, जिसका जादू परी दुनिया में बरसों से चल रहा है। उसकी खुशबू हजारों मील से लोगों को अपनी ओर खींचती और सम्‍मोहित करती रही है। हॉलैंड के जाने-माने चित्रकार वान गॉग से लेकर अमरीका के मशहूर चित्रकार जैक्‍सन पोलक ने उस फूल की खूबसूरती और उसकी खुशबू के रोमांस को अपनी बेशकीमती कलाकृति में उभारा। भारत में जिसकी खुशबू को पहले पहचान मिली और शक्‍ल से ज्‍यादातर लोग काफी बाद तक अनजान रहे, वह है लैवेंडर और रंग है हल्‍का बैंगनी! यों तो कई जगह उगता है, यहां तक कि भारत में भी जिस देश का राष्‍ट्रीय फूल नहीं होने के बाबजूद लैवेंडर वहां के पर्यटन की पहचान बन गया वह है फ्रांस। इस समय जबकि फ्रांस भारत में 'बौनजूर इंडिया' नामक उत्‍सव मना कर भारतीयों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है तो मेरी कोशिश वहां के उस फूल की ओर आपको आकर्षित करने की है। वहीं पहुंचने के बाद वान गॉग ने दूर तक फैली बैंगनी रंग की चादर से ढकी और खुशबू में लिपटी उस धरती की सुंदरता को देखकर ही पेटिंग बनाई 'लैवेंडर फील्‍ड्स'। फ्रांस के दक्षिणपूर्वी इलाके प्रोवॉन्‍स पर प्रकृति ने भरपूर सुंदरता लुटाई थी। जब रोमन साम्राज्‍य ने आल्‍प्‍स पहाड़ के पार अपना पहला राज्‍य बनाया तो लैवेंडर को भी उसका हिस्‍सा बनाया। इससे उसकी सुंदरता में भी चार चांद लग गए। अब प्रोवॉन्‍स में जून से अगस्‍त तक लैवेंडर की लहलहाती खेती को देखने वालों की भीड़ लगी रहती है। उन्‍हीं लाखों में से मैं भी एक हूं जिसने प्रोवॉन्‍स की यात्रा जून में ही की। गांव-गांव उसकी सुगंध आपको अपनी ओर खींचती है। रास्‍ते भर एक के बाद एक बड़े-बड़े लैवेंडर के खेत ऐसे जैसे सर्दी में हमारे यहां सरसों के खेत। अब तो प्रोवॉन्‍स में तरह-तरह के सोवनिर या स्‍मृति चिह्न बनाए जाए है जिनमें या तो फूल का रंग दिखता है या जिनसे उस फूल की सुगंध आती है - चाहे इत्र हो या साबुन, तौलिया हो या तकिए की खोली या फिर किसी छोटी लड़की की गुडि़या। इस एक फूल की खेती को जोर-शोर से करने के पीछे केवल मनमोहिनी सुगंध ही नहीं हैं बल्कि इसका लाख दुखों की दवा होना भी है। इस फूल से ही बने तेल से कई दिमागी परेशानियों को कम करने में मदद मिलती हैं तो इसमें तरह-तरह के कीटाणुओं को दूर रखने की ताकत भी है।

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