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अनु कम्प्यूटर टाईपिंग इंस्टीट्यूट छिन्दवाड़ा SMT ट्रेवल्स के ऊपर मानसरोवर कॉम्प्लेक्स छिन्दवाड़ा मो.9424300051
created May 17th 2022, 10:09 by devesh shahu
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एक बार बंदर के झुंड को एक बड़ी सी घंटी मिली। वह उसे लेकर जंगल में चले गए। उन्होंने उसे एक मंदिर के खंडहर में रख दिया और रोज श्याम उसे बजाते। घंटी की आवाज से बंदरों को मजा आता था।अंधविश्वासी गांव वालों को लगा की जंगल में कोई भूत है, जो ऐसी आवाजें निकालता है। उन्होंने उस रास्ते से रात के समय जाना छोड़ दिया।
एक समझदार बुढ़िया इन सब बातों में यकीन नहीं करती थी। उसने जंगल में जाकर देखा। उसने पाया कि यह तो कुछ बंदर है जो घंटी बजाकर शोर करते हैं।उसने वापस आकर गांव वालों से कहा, “अगर तुम मुझे कुछ फल दोगे तो मैं एक पूजा करके जंगल के भूत को भगा दूंगी।”
गांव वाले उसकी बात मान गए। अगले दिन वो फलों की टोकरी लेकर जंगल में गई। जब बंदरों ने खाने के लिए फल देखें, तो वह घंटी छोड़कर, टोकरी पर टूट पड़े। बढ़िया ने चुपके से जाकर घंटी उठा ली। इस तरह उसने जंगल के भूत को भगा दिया।
एक समझदार बुढ़िया इन सब बातों में यकीन नहीं करती थी। उसने जंगल में जाकर देखा। उसने पाया कि यह तो कुछ बंदर है जो घंटी बजाकर शोर करते हैं।उसने वापस आकर गांव वालों से कहा, “अगर तुम मुझे कुछ फल दोगे तो मैं एक पूजा करके जंगल के भूत को भगा दूंगी।”
गांव वाले उसकी बात मान गए। अगले दिन वो फलों की टोकरी लेकर जंगल में गई। जब बंदरों ने खाने के लिए फल देखें, तो वह घंटी छोड़कर, टोकरी पर टूट पड़े। बढ़िया ने चुपके से जाकर घंटी उठा ली। इस तरह उसने जंगल के भूत को भगा दिया।
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