Text Practice Mode
HIGH COURT HINDI TYPING PRACTICE [SHUBHAM BAXER] (7987415987) //CHHINDWARA M.P.//
created Oct 22nd 2021, 14:33 by shubham baxer
3
324 words
13 completed
0
Rating visible after 3 or more votes
00:00
श्री सभापति माननीय सदस्यगण, जैसा कि आप जानते होंगे, देश के लिए एक और उपलब्धि के रूप में, गुजरात के कच्छ के रण में हड़प्पाकालीन धोलावीरा शहर को यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है। यह हमारे देश का 40 वां ऐसा स्थल है जिसमें हमें विश्व धरोहर स्थल के शिलालेख के लिए सुपर-40 क्लब में शामिल होने के लिए प्रेरित किया है।
1960 के दशक में खोजा गया, धोलावीरा स्थल तीसरी से दूसरी सहस्राब्दी ईसा पूर्व का है और यह शहरी नियोजन, निर्माण तकनीकों, विस्तृत जल प्रबंधन प्रणाली, कला, विनिर्माण, व्यापार और आस्था हड़प्पाकालीन उपलब्धियों को खूबसूरती से दर्शता है। धोलावीरा शहर हड़प्पाकालीन सभ्यता के दूरदर्शी विचारों को प्रदर्शित करता है अत्यंत उन्नत थी अपने समय से बहुत आगे थी। इतिहास, संस्कृति और पुरातात्विक जिज्ञासा रखने वाले किसी भी व्यक्ति को इस स्थल की यात्रा अवश्य करनी चाहिए।
मैं इस सभा की ओर से और अपनी ओर से, देश के नागरिकों को एक प्राचीन शहर धोलावीरा को यूनेस्को द्वारा मान्यता प्रदान किए जाने पर बधाई देता हूँ।
श्री सभापति: माननीय सदस्यगण, आज कारगिल विजय दिवस की बाईसवीं वर्षगांठ है। वर्ष 1999 में आज ही के दिन हमारे बहादुर और निडर सैनिकों ने दुश्मन सेना को हराकर कारगिल की पहाडि़यों पर पुन: कब्जा किया था जिससे हमारे देश को एक यादगार जीत मिली। खतरनाक क्षेत्रों और अत्यंत खराब मौसम में इस अभियान के प्रति हमारे सैनिकों द्वारा अनुकरणीय साहस, निस्वार्थ समर्पण और निर्भीक दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन हमारी स्मृति में अमिट छाप बनकर रहेगा। उनके अद्वितीय पराक्रम और शौर्य की गाथा पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को देश के लिए स्वयं को समर्पित करने के लिए प्रेरित करती रहेगी। आज मैं सम्पूर्ण सभा की ओर से और स्वयं अपनी ओर से, उन वीर सैनिकों के अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ जिन्होंने हमारी मातृभूमि की रक्षा और हमारे जीवन को सुरक्षित करने के लिए अपने कर्तव्यपरायणता की सीमा से भी आगे बढ़कर कर्म किया।
1960 के दशक में खोजा गया, धोलावीरा स्थल तीसरी से दूसरी सहस्राब्दी ईसा पूर्व का है और यह शहरी नियोजन, निर्माण तकनीकों, विस्तृत जल प्रबंधन प्रणाली, कला, विनिर्माण, व्यापार और आस्था हड़प्पाकालीन उपलब्धियों को खूबसूरती से दर्शता है। धोलावीरा शहर हड़प्पाकालीन सभ्यता के दूरदर्शी विचारों को प्रदर्शित करता है अत्यंत उन्नत थी अपने समय से बहुत आगे थी। इतिहास, संस्कृति और पुरातात्विक जिज्ञासा रखने वाले किसी भी व्यक्ति को इस स्थल की यात्रा अवश्य करनी चाहिए।
मैं इस सभा की ओर से और अपनी ओर से, देश के नागरिकों को एक प्राचीन शहर धोलावीरा को यूनेस्को द्वारा मान्यता प्रदान किए जाने पर बधाई देता हूँ।
श्री सभापति: माननीय सदस्यगण, आज कारगिल विजय दिवस की बाईसवीं वर्षगांठ है। वर्ष 1999 में आज ही के दिन हमारे बहादुर और निडर सैनिकों ने दुश्मन सेना को हराकर कारगिल की पहाडि़यों पर पुन: कब्जा किया था जिससे हमारे देश को एक यादगार जीत मिली। खतरनाक क्षेत्रों और अत्यंत खराब मौसम में इस अभियान के प्रति हमारे सैनिकों द्वारा अनुकरणीय साहस, निस्वार्थ समर्पण और निर्भीक दृढ़ संकल्प का प्रदर्शन हमारी स्मृति में अमिट छाप बनकर रहेगा। उनके अद्वितीय पराक्रम और शौर्य की गाथा पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को देश के लिए स्वयं को समर्पित करने के लिए प्रेरित करती रहेगी। आज मैं सम्पूर्ण सभा की ओर से और स्वयं अपनी ओर से, उन वीर सैनिकों के अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ जिन्होंने हमारी मातृभूमि की रक्षा और हमारे जीवन को सुरक्षित करने के लिए अपने कर्तव्यपरायणता की सीमा से भी आगे बढ़कर कर्म किया।
saving score / loading statistics ...