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सॉंई कम्प्यूटर टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा म0प्र0 सीपीसीटी न्यू बैच प्रारंभ संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नं. 9098909565
created Oct 22nd 2021, 07:14 by sandhya shrivatri
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करवा चौथ पर पूजा की थाली हाथों में लिए निवेदिता खुशी से फूली नहीं समा रही थी,
और हो भी क्यों नही! पूरे छह साल बाद आज पति को रूबरू देख पाने का उत्साह जो था। पाकिस्तानी एफ-16 विमान का पीछा कर, उसे मार गिराने के बाद विंग कमांडर दीपक का विमान मिग-21 पीओके में क्रैश हो गया था। सभी ने उन्हें शहीद मान शोकसभा आयोजित कर श्रद्धांजलि तक अर्पित कर दी, लेकिन निवेदिता का मन यह मानने को राजी नहीं था। उसने कभी सुहाग की निशानियों को खुद से दूर नहीं किया। हर साल करवा चौथ की पूजा की और दीपक की वापसी की दुआ मांगती रही। दो माह पहले उम्मीद की किरण तब जगी, जब पाकिस्तान की जेल में विंग कमांडर दीपक के कैद होने का पता चला। दोनों देशों की सरकारों ने बताया कि दीपक पैराशूट की मदद से हादसे में बच गए, लेकिन बॉर्डर पर उन्हें बंदी बना लिया गया। अब उन्हें शीघ्र ही रिहा कर भारत भेजा जाएगा।
संयोग रहा कि दीपक की वतन वापसी करवा चौथ के दिन ही तय हुई। सभी की जुबान पर निवेदिता की आस्था की जीत की ही चर्चा थी। हाथ में सजी पूजन की थाली व छलनी में रखे दीपक की रोशनी में पति को देखने को प्रतीक्षा करती निवेदिता की दैदीप्यमान निगाहों से झलकती खुशी व चेहरे की खिलखिलाहट से मानो करवा चौथ की रात भी जगमग हो उठी थी।
और हो भी क्यों नही! पूरे छह साल बाद आज पति को रूबरू देख पाने का उत्साह जो था। पाकिस्तानी एफ-16 विमान का पीछा कर, उसे मार गिराने के बाद विंग कमांडर दीपक का विमान मिग-21 पीओके में क्रैश हो गया था। सभी ने उन्हें शहीद मान शोकसभा आयोजित कर श्रद्धांजलि तक अर्पित कर दी, लेकिन निवेदिता का मन यह मानने को राजी नहीं था। उसने कभी सुहाग की निशानियों को खुद से दूर नहीं किया। हर साल करवा चौथ की पूजा की और दीपक की वापसी की दुआ मांगती रही। दो माह पहले उम्मीद की किरण तब जगी, जब पाकिस्तान की जेल में विंग कमांडर दीपक के कैद होने का पता चला। दोनों देशों की सरकारों ने बताया कि दीपक पैराशूट की मदद से हादसे में बच गए, लेकिन बॉर्डर पर उन्हें बंदी बना लिया गया। अब उन्हें शीघ्र ही रिहा कर भारत भेजा जाएगा।
संयोग रहा कि दीपक की वतन वापसी करवा चौथ के दिन ही तय हुई। सभी की जुबान पर निवेदिता की आस्था की जीत की ही चर्चा थी। हाथ में सजी पूजन की थाली व छलनी में रखे दीपक की रोशनी में पति को देखने को प्रतीक्षा करती निवेदिता की दैदीप्यमान निगाहों से झलकती खुशी व चेहरे की खिलखिलाहट से मानो करवा चौथ की रात भी जगमग हो उठी थी।
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