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साँई कम्प्यूटर टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा म0प्र0 संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नां. 9098909565
created Apr 11th 2021, 16:04 by sandhya shrivatri
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एक बार टीटू नाम का लड़का था। वह सारा दिन खेतों में अपनी फसल की देखभाल में लगा रहता था। उसके पास किसी से बात करने का भी समय नहीं था। वह बहुत अकेलापन महसूस करता था। वह जब खेतों से लौटता तो अपनी बहन से कहता बहन, मेरा कोई दोस्त नहीं है। मैं सारा दिन मेहनत करता हूं और किसी से भी बात नहीं करता। उसकी बहन ने कहा मेरा भी कोई दोस्त नहीं है। तुम्हारे पास है। तुम बकरियों की देखभाल करती हो। वे तुम्हारी दोस्त की तरह है। कम से कम तुम उनसे तो बात कर सकती हो। टीटू ने चिढकर कहा ओह! तुम ऐसा कैसे कह सकतो हो। बकिरयों से बात कैसे की जा सकती है। बकरियां ने ही हमारी भावना समझ सकती हैं और न ही हमारी भाषा। ऐसा कहकर वह रसोई में रोटियां बनाने चली गई और बहस खत्म हो गई। टीटू को भी यह बात समझ में आ गई कि हम इन्सानों सेे ही बात कर सकते है, जानवरों से नहीं।
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