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साँई कम्‍प्‍यूटर टायपिंग इंस्‍टीट्यूट गुलाबरा छिन्‍दवाड़ा (म0प्र0) सीपीसीटी न्‍यू बैच प्रारंभ संचालक- लकी श्रीवात्री मो. नं. 9098909565

created Mar 3rd 2021, 03:52 by lucky shrivatri


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फिटनेस को लेकर कई तरह की भ्रांतियां है। कुछ लोग समझते है कि फिटनेस के लिए जिम जाना जरूरी है। ऐसी कोई बात नहीं है। यदि घर के पास जिम है, तो अच्‍छी बात है। इसके बावजूद याद रखें कि फिटनेस जिम से नहीं, आउटडोर वर्कआउट से आती है। आप यह सोच रहे हो कि आप जिम जा रहे हैं, मसल्‍स बना रहे हैं, तो फिट हैं। ऐसा नहीं है। जिम का फंडा मुझे कम जमता है। जरूरी नहीं है कि आप जिम जाएं, तभी फिट रहेंगे। वहां म्‍यूजिक इतना बजता है कि आप फोकस ही नहीं कर पाते। जिम की बजाय आप शांत माहौल में वर्कआउट करेंगे, तो आपको ज्‍यादा फायदा होगा। फिटनेस का सही अर्थ है आप रोजमर्रा के कार्य आसानी से कर पाएं। यानी दैनिक कार्य आप आसानी से करें और आसानी से नींद जाए, यही फिटनेस है। फिटनेस का अर्थ यह नहीं कि आपके सिक्‍स पैक्‍स होने चाहिए या आपकी थाई या मसल्‍स मोटे हों। फिटनेस का अर्थ है कि आपका इम्‍यून सिस्‍टम ठीक हो। कोई भी काम करने में आपको थकावट आए या थकावट कम हो। जहां तक मेरी दिनचर्या का सवाल है, तो सुबह फ्रेश होने के बाद टहलता हूं। इसके बाद योग करता हूं। तुलसी, आंवला एलोवेरा लेता हूं। जूस लेता हूं। खानपान सामान्‍य है। मेरा दिन वर्कआउट से शुरू होता है और वर्कआउट के साथ खत्‍म होता है। मैं जब तनाव में होता हूं तो वर्कआउट करता हूं, खुश होता हूं तो वर्कआउट करता हूं। जब भी मुझे समय मिलता है मैं वर्कआउट करता हूं। यदि आपको मजबूत बनना हैं, तो कम खाओं और काम ज्‍यादा करो। दलिया, दूध, च्‍यवनप्राश, दही, दाल जैसी चीजों का इस्‍तेमाल करें। चपाती खाओ। सामान्‍य डाइट लो और स्‍वस्‍थ रहो। यह वहम है कि ताकतवर बनने के लिए नॉन वेज और प्रोटीन लेना जरूरी है। कम खाने और वर्कआउट करने से इम्‍यूटन सिस्‍टम हेाता है। कभी-कभी भूखा भी रहना चाहिए। जो शुद्ध हो खा लो, हां घर का बना हुआ हो तो बेहतर है। पानी खूब पीना चाहिए। कई लोग खाने की बहुत चिंता करते हैं। वह इस चिंता में ही लगे रहते हैं कि कितना प्रोटीन लेना है, विटामिन के लिए क्‍या खाना है। जब भी भूख हो खा लो, वर्क आउट करो। इसे हव्‍वा मत बनाओ। घर का खाना खाओ। शुद्ध शाकाहारी भोजन लो। कहा भी गया है- जैसा खाओ अन्‍न, वैसा होवे मन। जैसा पीओ पानी, वैसी होवे वाणी। जैसी संगत, वैसी रंगत। बहुत से लोग बैग भरे रहते हैं जैसे युद्ध में जा रहे हो। वे कुछ कुछ खाते ही रहते हैं। जिंदगी सिर्फ खाने के लिए नहीं है। और भी कई काम हैं। सेना के जवान तीन-तीन दिन भूखा रहकर हमारे लिए लड़ते हैं। वे बहुत मजबूत होते हैं, उनकी विल पावर बहुत अच्‍छी होती है। सबसे ज्‍यादा अनफिट वही होते हैं, जो खाने के बारे में ज्‍यादा सोचते रहते है। मोटा-पतला होना खास मायने नहीं रखता। फिट रहने के लिए आनंद के साथ वर्कआउट करें। कभी दौड़ लगाएं, कभी स्‍वीमिंग करें, कभी बास्‍केटबॉल खेलें। एक बात का जरूर ध्‍यान रखें कि आप हर दिन योग करें। इससे इम्‍युनिटी मजबूत होती है।  

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