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आतंकवाद के खिलाफ भारत
created Nov 23rd 2020, 07:30 by SurjanSingh
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आतंकी षडयंत्रों का भंडाफोड़ हुआ। इन लोगों को 23 जनवरी को देश में 23 स्थानों पर ही बम धमाके एक के बाद एक दहशत की ऐसी खबरें आईं जिनसे हिंदुस्तानी दंग होने लगे। इन गिरफ्तारियों में कई करने थे। दूसरे अलर्ट के मुताबिक गणतंत्र दिवस पर भी आतंकवादियों द्वारा आतंकी हमला किये जाने की योजना का हमारे सुरक्षाबलों और गुप्तचर संस्थाओं को पता चला। हिमाचल के कांगड़ा में एक सीसीटीवी में कैद हुए आतंकियों को लेकर हमारी खुफिया एजेंसियों को डर है कि ये लोग शायद भारत के खिलाफ सबसे बड़े आतंकवादी हमले के किरदार हों। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा से इन तीनों आतंकवादियों ने एक टैक्सी पठानकोट के लिए बुक की। ये वही पठानकोट है जहाँ एयर बेस पर बड़ा आतंकवादी हमला हो चुका है। तीनों निकले और गायब हो गए। बाद में टैक्सी ड्राइवर की लाश बरामद हुई। कांगड़ा के एएसपी पंकज शर्मा का कहना है कि ये कि गिरफ्तार हुए तीन लोग वही हैं, जिन्होंने टैक्सी किराए पर की थी। पठानकोट के लिए जो टैक्सी की थी वो 1600 रूपये में तय हुई थी। कुछ चीजें खंगालने के लिए हमने कुछ लोगों को पठानकोट भेजा है। हम लोग केवल क्राइम सीन को लेकर जांच कर रहे हैं। कार की खोज जारी है। आतंक की ऐसी घटनाओं को देखकर और इतने खतरनाक षडयंत्रों की जानकारी होने पर हम लोग इसे बड़े सहज रूप में ले लेते हैं। हम यह नही सोचते कि 1947 से लेकर आज तक इस प्रकार के आतंकियों को रोकने के लिए जम्मू कश्मीर की सीमा पर हम आज तक कितने बड़ी धनराशि व्यय कर चुके हैं और अपने कितने सैनिकों का बलिदान दे चुके हैं? इस सोच के पीछे केवल देश तोडने वालों की एक धारणा है कि इस देश का संप्रदाय के नाम पर फिर एक विभाजन किया जाए। यह बड़े दुख की बात है कि आतंकवादियों के या आतंकवादियों को शरण देने वाले लोगों के इस एजेंडा को जानकर भी कुछ देश में उपेक्षित करते हैं।
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