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बंसोड टायपिंग इन्‍स्‍टीट्यूट गुलाबरा छिन्‍दवाड़ा म0प्र0

created Oct 14th 2020, 11:10 by bansodtyping


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बहुत से लोगों को ऐसा लगता है कि रोना कमजोरी की निशानी है और शायद यही वजह है कि पुरुष तकलीफ होने पर भी आंसू बहाने और रोने से परहेज करते हैं। लेकिन साइंस की मानें तो रोने के ढेर सारे फायदे हैं। जिस तरह खुलकर हंसना सेहत के लिए फायदेमंद है, ठीक उसी तरह फूट फूट कर रोना भी बेहद जरूरी है। रोना भी आपकी सेहत को उतना ही फायदा देता है, जितना हंसना। लेकिन आखिर आप और हम रोते क्‍यों है? रोने और आंसू आने के पीछे की वजह क्‍या है? रोने के क्‍या-क्‍या फायदे हैं, यहां जानें। रोना एक सामान्‍य हृयूमन ऐक्‍शन है जो हमारे अलग-अलग इमोशन्‍स की वजह से ट्रिगर होता है। जब हम दुखी होते हैं, उदास होते हैं, किसी बात को लेकर टेंशन या स्‍ट्रेस में होते हैं तो इन अलग-अलग भावनाओं की वजह से रोना जाता है। अनुसंधानकर्ताओं की मानें तों रोना आपके तन के साथ-साथ मन के लिए भी फायदेमंद है और इसकी शुरुआत तभी से हो जाती है जब बच्‍चा जन्‍म लेते वक्‍त पहली बार रोता है। सिर्फ हंसना ही नहीं रोना भी सेहत के लिए है फायदेमंद, कैसे यहां जानें जब हम दुखी होते हैं, किसी की बात से आहत हो जाते हैं, किसी तरह का स्‍ट्रेस होता है तो अक्‍सर हम रोने लगते हैं और हमारे आंसू बहने लगते हैं। अक्‍सर आपने लोगों को कहते सुना होगा ना कि रोना नहीं चाहिए, रोना कमजोर होने की निशानी है। लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है क्‍योंकि रोने के भी अपने कई फायदे हैं। एक स्‍टडी के मुताबिक, जिस तरह से पसीना और यूरिन जब शरीर के बाहर निकलते हैं तो शरीर से विषाक्‍त पदार्थ बाहर निकलते हैं, वैसे ही आंसू आने पर भी आंखों की सफाई हो जाती है। आपको बता दें कि आंसू 3 तरह के होते हैं। रिफलेक्‍स या अनैच्छिक आंसू तब निकलता है जब आंखों में कोई कचरा, धूल के कण या धुंआ चला जाए तो आंखों से पानी आने लगता है। बसल या बुनियादी आंसू जिसमें 98 प्रतिशत पानी होता है, यह आंखों को लुब्रिकेट रखता है और इंफेक्‍शन से बचाता है। इमोशनल या भावनात्‍मक आंसू जिसमें स्‍ट्रेस  हॉर्मोन्‍स और टॉक्सिन्‍स की मात्रा सबसे अधिक होती है और इनका बह जाना फायेदमंद होता है।
 
 

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