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साई टायपिंग इंस्टीट्यूट गुलाबरा छिन्दवाड़ा (म0प्र0) संचालक:- लकी श्रीवात्री मो0नं. 9098909565
created Sep 20th 2020, 09:55 by lovelesh shrivatri
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एक बार तीन चोर सबसे चालाक होने का दावा कर रहे थे। उसी समय, एक किसान एक गधे पर सवार वहां आया। उसका गधा एक बकरी से बंधा था जिसके गले में घंटी थी। चोरों ने उसकी बकरी, उसका गधा और उसके कपड़े चुराने का फैसला किया। पहले चोर ने चुपके से बकरी की घंटी निकाल कर गंधे की पूंछ में बांध दी और बकरी ले गया। एक घंटे बाद किसान को पता चला तो वह रोने लगा।
अब दूसरा चोर उसके पास आया ओर बोला- मैंने तुम्हारी बकरी के चोर को उस पतली गली में जाते देखा है। किसान अपने गधे को वहीं छोड़कर उस गली की ओर भागा। तभी चोर उसका गधा ले गया। किसान ने तीसरे चोर को रोते हुए देखा। चोर ने उसे कहा- मेरा बटुआ कुएं में गिर गया है। अगर तुम निकाल दो तो मैं तुम्हें दस सोने की मोहरें दूगा। कुएं में उतरने के लिए जैसे ही किसान ने कपड़े उतारे, चोर कपड़े लेकर भाग गया।
इस प्रकार, उन तीनों चोरों ने किसान से उसकी बकरी, गधा और उसके कपड़े चुरा लिये। इन सब में तीसरा चोर ही चालाक माना गया।
अब दूसरा चोर उसके पास आया ओर बोला- मैंने तुम्हारी बकरी के चोर को उस पतली गली में जाते देखा है। किसान अपने गधे को वहीं छोड़कर उस गली की ओर भागा। तभी चोर उसका गधा ले गया। किसान ने तीसरे चोर को रोते हुए देखा। चोर ने उसे कहा- मेरा बटुआ कुएं में गिर गया है। अगर तुम निकाल दो तो मैं तुम्हें दस सोने की मोहरें दूगा। कुएं में उतरने के लिए जैसे ही किसान ने कपड़े उतारे, चोर कपड़े लेकर भाग गया।
इस प्रकार, उन तीनों चोरों ने किसान से उसकी बकरी, गधा और उसके कपड़े चुरा लिये। इन सब में तीसरा चोर ही चालाक माना गया।
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