Text Practice Mode
BUDDHA ACADEMY TIKAMGARH (MP) || ☺ || ༺•|✤घर पर रहे सुरक्षित रहें✤|•༻
created Jul 20th 2020, 07:57 by my home
2
260 words
20 completed
5
Rating visible after 3 or more votes
00:00
इस द्वीप में भी लोग राष्ट्र भाषा के प्रचार के महान राष्ट्रीय कार्य में संलग्न है, आप जानते है कि भारतीय संविधान में हिन्दी को यह स्थान दिया गया है कि देश के सारे कार्य जिनका संबंध सारे देश के साथ होगा हिन्दी भाषा और नागरिय लिपि में हुआ करेंगे इसके लिए 15 वर्ष का समय रखा गया है, इसलिए जहां-जहां हिन्दी का प्रसार कम अथवा नहीं है वहां उसका प्रसार किया जाए और जो लोग हिन्दी नहीं जानते वे हिन्दी तथा नागरिय लिपि सीख लें जिसकी 15 वर्षों के बाद सारा सरकारी कामकाज हिन्दी में किया जा सके इसी दृष्टि से हमारा संविधान लागू होते ही जनवरी 1950 से आपकी इस संस्था ने भी इस काम को आरम्भ किया शिक्षकों की नियुक्ति करके हिन्दी सीखने के इच्छुक व्यक्तियो को हिन्दी सिखाने का काम आपने अपने ऊपर लिया यह बहुत ही प्रसन्नता की बात है। मैं आशा करता हूं कि इसका यहां प्रसार होगा और बारह वर्षों का समय तो बहुत होता है इसके पहले ही यहां के सभी लोग हिन्दी सीख चुकेंगें।
मैंने सुना था और अब उसे देख कर मुझे प्रसन्नता हुई है की यहां के सभी लोग हिन्दी बोलते और समझते है जितने लोगों से मेरी भेंट हुई है चाहे वे भारत वर्ष के किसी भी भाग से ही क्यों न आये हों और जिनकी भाषा कोई दूसरी ही क्यों न रही हो, वे सब के सब हिन्दी बोलते और समझते है हिन्दी लिखने में शायद कुछ ही लोगों को कठिनाई का अनुभव हो। नागरीय लिपि बहुत सरल है उसको सीख लेना कोई कठिन काम नहीं है।
मैंने सुना था और अब उसे देख कर मुझे प्रसन्नता हुई है की यहां के सभी लोग हिन्दी बोलते और समझते है जितने लोगों से मेरी भेंट हुई है चाहे वे भारत वर्ष के किसी भी भाग से ही क्यों न आये हों और जिनकी भाषा कोई दूसरी ही क्यों न रही हो, वे सब के सब हिन्दी बोलते और समझते है हिन्दी लिखने में शायद कुछ ही लोगों को कठिनाई का अनुभव हो। नागरीय लिपि बहुत सरल है उसको सीख लेना कोई कठिन काम नहीं है।
saving score / loading statistics ...