Text Practice Mode
साउण्ड की अवधारणा -मंगल सिह भिलाला सांरगपुर राजगढ़ मध्य प्रदेश
created Jul 20th 2020, 04:01 by MANGAL
0
157 words
6 completed
0
Rating visible after 3 or more votes
saving score / loading statistics ...
00:00
साउण्ड मल्टीमीडिया के सभी अवयवों में सबसे महत्वपूर्ण अवयव होता है। यह विभिन्न प्रॉजेक्ट की विभिन्न आवश्यक जानकारियां केो यूजर को सुनाने के लिये किसी भी भाषा की अर्थपूर्ण स्पीच होती है। जिसे प्रॉजेक्ट के प्रस्तुतिकरण में बैकग्राराउंड के रूप में उपयोग किया जाता है। साउण्ड यूजर को एक मनमोहक प्रस्तुति का आभास कराता है। जिसके कारण युजर के द्धारा प्रस्तुत की जाने वाली चीजों की ओर आकर्सित होता है यूजर के प्रोजेक्ट की सफलता को प्रदर्शित करता है। साउण्ड का प्रभाव हर उस मीडिया में हेाता है जिसे हम देख एवं सुन सकते है उदाहरण के लिए टेलीविजन एवं वेबसाइट में साउण्ड जानकारियों केा हमारे मस्तिष्क में बैठाने के लिए प्रभावी होता है। सामान्यत: हवा में उत्पन्न कंपन तरंग के रूप में में होता है। जेा विभिन्न प्रकार के साउण्ड को उत्पन्न करता है। अत: इस प्रकार की तरंगे ध्वनि तरंगे कहलाती है। ध्वनि तरंगे सामान्यत: दो चीजों पर निर्भर होती है। पहली आयाम दूसरी आवृति
